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भारत में दुकान के लिए लोन कैसे मिलेगा पूरी जानकारी।

भारत में दुकान के लिए लोन कैसे ले सकते हैं – भारतवर्ष जनसँख्या की दृष्टी से विश्व में दूसरा सबसे बड़ा देश है। यही कारण है की इतनी बड़ी आबादी को सामान उपलब्ध कराने के लिए दुकानदारों की अहम् भूमिका होती है। यदि आप भी अपने गली मोहल्ले या स्थानीय बाज़ार में कोई दुकान खोलने पर विचार कर रहे हैं। लेकिन वित्त की कमी के चलते ऐसा कर नहीं पा रहे हैं, तो आप दुकान खोलने के लिए लोन लेने पर विचार कर सकते हैं।    

एक स्थानीय बाज़ार जहाँ पर लोग कुछ खरीदने के लिए जाते हैं वहां पर एक ही वस्तु बेचने की भी कई दुकानें उपलब्ध होती हैं। और अलग अलग वस्तुएं बेचने की भी कई दुकानें होती हैं, जैसे एक सामान्य स्थानीय बाज़ार में आपको जनरल स्टोर, हार्डवेयर स्टोर, मेडिकल स्टोर, बिजलीसे चालित उपकरणों की दुकानें, कपड़े की दुकानें, जूते चप्पल की दुकानें इत्यादि देखने को मिल जाती हैं।   

इन दुकानों की भूमिका आम जनता तक उनकी जरुरत के सामान की पहुँच बनाने की होती है । यानिकी एक विशेष एरिया में रह रहे लोग उस स्थानीय बाज़ार से अपनी जरुरत के सामान को आसानी से खरीद पाते हैं।

यदि आप भी किसी स्थापित मार्किट में अपनी दुकान खोलने पर विचार कर रहे हैं, तो आपको अपना अपनी दुकान स्थापित करने के लिए लोन की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा वे लोग जो पहले से दुकानदारी कर रहे हैं और अपनी दुकान का विस्तार करना चाहते हैं उन्हें भी लोन लेने की आवश्यकता हो सकती है। 

आजकल बैंक या वित्तीय संस्थान सिर्फ नई दुकान खोलने के लिए नहीं बल्कि, दुकान खरीदने, पहले से स्थापित दुकान का विस्तार करने इत्यादि के लिए लोन प्रदान करते हैं । इसका मतलब यह हुआ की आपको अपनी दुकान की किसी भी गतिविधि के लिए लोन की आवश्यकता होगी, तो बैंक या वित्तीय संस्थान आपको ऋण प्रदान कर सकते हैं ।

कोई भी व्यक्ति जो खुद की नई दुकान खोलना चाहता हो, पहले से स्थापित दुकान को खरीदना चाहता हो, अपनी दुकान का विस्तार करना चाहता हो वह दुकान के लिए लोन हेतु आवेदन कर सकता है। इसके लिए उसे एक अच्छा ऋणदाता जो उसे किफायती ब्याज दरों पर लोन प्रदान कर सके ढूंढना होगा। 

दुकान के लिए लोन कैसे मिलेगा

Article Contents

दुकान के लिए लोन किस किस काम के लिए मिलता है

यदि आपके दिमाग में भी यह प्रश्न आ रहा है तो यह आना स्वभाविक है। हालांकि इसमें ध्यान देने वाली बात यह है की प्रत्येक दुकान की वित्तीय आवश्यकताएं भिन्न भिन्न होती हैं। वह इसलिए क्योंकि उनका आकार, प्रकार, सञ्चालन के तरीके सभी भिन्न होते हैं। लेकिन बैंक एवं वित्तीय संस्थान दुकान से जुड़ी जिन गतिविधियों के लिए लोन प्रदान करते हैं उनकी लिस्ट निम्न है ।

नई दुकान खोलने या खरीदने के लिए      

एक व्यक्तिगत व्यक्ति जो खुद की नई दुकान खोलना चाहता हो, लेकिन पैसे की कमी के चलते वह ऐसा नहीं कर पा रहा हो तो उसे लोन की आवश्यकता हो सकती है। या फिर वह व्यक्ति पहले से स्थापित दुकान को खरीदना चाहता हो तो भी उसे ऋण की आवश्यकता हो सकती है।

दुकान के लिए जमीन खरीदना चाहता हो   

जब कोई व्यक्ति खुद की दुकान का निर्माण करने के लिए किसी चयनित लोकेशन पर जमीन खरीदना चाहता हो, तो उसे लोन की आवश्यकता हो सकती है। इसमें मौजूदा दुकानदार जो किसी अन्य लोकेशन पर अपनी नई दुकान और नया व्यक्ति जो नई दुकान खोलने के लिए जमीन खरीदना चाहता हो दोनों शामिल हैं।

दुकान का विस्तार करना चाहता हो

दुकान का विस्तार से अभिप्राय यह है की या तो वह अपनी छोटी दुकान को बड़ा करना चाहता हो, या फिर किसी नई लोकेशन पर अपना नया स्टोर खोलना चाहता हो, दोनों स्थितियों में वह अपनी दुकान का विस्तार ही कर रहा होता है। इस तरह की गतिविधियों के लिए भी बैंक और वित्तीय संस्थान दुकान के लिए लोन प्रदान करते हैं।

दुकान में स्टॉक बढ़ाना चाहता हो

ऐसे दुकानदार जो अपनी दुकान को पहले से चला रहे हैं, अब वे चाहते हैं की पूरा महीने का स्टॉक वे एक ही बार खरीद लें, जिससे उन्हें कीमतों में कुछ रियायत और एक महीने तक आर्डर देने से तनाव मुक्त रहें। यानिकी वे अपनी दुकान पर सामान का स्टॉक बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें भी इस तरह का यह लोन प्रदान किया जाता है।  

दुकान का संचालन जारी रखने के लिए

आप भले ही किसी चीज की दुकान खोल लें, लेकिन मार्किट में आपको घोर प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी। इसलिए हो सकता है की कभी ऐसा दौर आ जाय की आपको अपनी दुकान का संचालन जारी रखने के लिए पैसों की आवश्यकता पड़ जाय। इस स्थिति में भी आप दुकान के लिए लोन हेतु अप्लाई करने के लिए पात्र होते हैं।        

दुकान की रिडिजाइनिंग और मेंटेनेंस के लिए

कहते हैं की समय के साथ बदलने में ही समझदारी होती है। और यह बिलकुल सत्य है समय के साथ बदलाव न होने पर बिजनेस बिलकुल समाप्त भी हो सकता है। इसलिए हो सकता है की आप अपनी दुकान को नया स्वरूप प्रदान करना चाह रहे हों। लेकिन यह करने के लिए आपके पास धन की कमी हो तो बैंक/वित्तीय संस्थान आपको भी यह लोन दे सकते हैं ।   

दुकान के लिए लोन लेने के क्या फायदे होते हैं

हालांकि दुकान के लिए लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा तो यही होता है की आपका दुकान का जो काम पैसे न होने की वजह से रुका हुआ होता है, उसे आप तुरंत पूरा कर पाते हैं । और लोन की किश्तें चलती रहती हैं, और आपकी आमदनी भी चलती रहती है। जिससे आप समय के साथ लोन की किश्तें कम करते जाते हैं। लेकिन इसके अलावा कई अन्य फायदों की लिस्ट निम्न है।

लोन की स्वीकृति जल्दी मिल जाती है

आम तौर पर दुकानदारों को छोटे ऋण की आवश्यकता होती है, जिन्हें बैंक और वित्तीय संस्थान बड़े लोन के मुकाबले बहुत कम समय में नाममात्र औपचारिकताओं के साथ स्वीकृत कर देते हैं। यहाँ तक की यदि दुकानदार को 2 लाख से कम का ऋण चाहिए तो इसमें बेहद कम कागजी कार्यवाही होती है और ग्राहक के ईकेवाईसी के जरिये ऋण को तुरंत स्वीकृत कर दिया जाता है।

लोन वितरण जल्दी हो जाता है

बड़े ऋणों में आम तौर पर लोन स्वीकृत होने के बाद भी लोन के वितरण में अधिक समय लगता है। जबकि बैंक एवं वित्तीय संस्थानों द्वारा दुकानदारों को ऋण देने के लिए जो योजना बनाई गई होती है, उसका मुख्य उद्देश्य छोटे दुकानदारों को छोटे लोन एवं अन्य वित्तीय सुविधाएँ तीव्रता से प्रदान करना होता है। इसलिए इसमें लोन को जल्दी वितरित कर दिया जाता है।       

ब्याज दरें कम होती हैं

केंद्र और राज्य सरकारों का उद्देश्य छोटे व्यापारियों दुकानदारों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़कर उन्हें छोटे कारोबार करने के लिए प्रोत्साहित करना होता है। इसलिए केंद्र एवं राज्य सरकारें बैंक एवं वित्तीय संस्थाओं और एजेंसीयों के साथ मिलकर ऐसी ऐसी योजनाएँ चलाती रहती है, जिनमें ब्याज दरें कम और लोन मिलने की प्रक्रिया आसान होती है।  

लोन का भुगतान करने में फ्लेक्सिबिलिटी

लोन लेने से पहले दुकानदार के दिमाग में यह प्रश्न आना स्वाभाविक है की वह लिया गया लोन को कैसे चुकाएगा। यदि आपकी दुकान अच्छी चल रही हो, या आपको लगता है की जो बदलाव आप अपनी दुकान में करना चाहते हैं उसके बाद आपकी दुकान अच्छी चलेगी, तो आप आसानी से लोन की किश्तों का पुनर्भुगतान कर पाएंगे। और लोन भुगतान करने के लिए कोई कठोर नियम नहीं होते हैं, बल्कि आप अपनी कमाई के अनुसार लोन की किश्तों को कम या अधिक कर सकते हैं।

आम तौर पर इस तरह के लोन को भुगतान करने का समय 2 साल से 10 साल तक का होता है।

दुकान के लिए लोन कहाँ से ले सकते हैं     

 बैंकों से ले सकते हैं

भारत में उपलब्ध लगभग सभी वाणज्यिक बैंक चाहे वे सरकारी हो या निजी दुकानदारों छोटे व्यापारियों को बिजनेस लोन प्रदान करते हैं। सिर्फ बैंक ही नहीं बल्कि अन्य वित्तीय संस्थान भी दुकानदारों को छोटे ऋण तुरंत प्रदान करते हैं। दुकानदार अपनी आवश्यकता के अनुसार बिजनेस लोन का चुनाव कर सकते हैं। लेकिन किसी आवेदनकर्ता को कितना लोन स्वीकृत किया जाएगा यह पूरी तरह से ऋण प्रदान करने वाले बैंक या वित्तीय संस्थान पर ही निर्भर करता है।

कौन सा उम्मीदवार कितने तक के ऋण के लिए पात्र है इसका आकलन ऋणदाता द्वारा ऋण लेने वाले द्वारा जमा किये गए विभिन्न दस्तावेजों एवं डिटेल्स के माध्यम से किया जाता है। कुछ बैंक या वित्तीय संस्थान ऐसे हैं जो केवल उन दुकानदारों को ऋण प्रदान करते हैं जिनका महीने में 5 लाख से अधिक का कारोबार हो । तो कुछ सभी दुकानदारों को लोन ऑफर कर रहे होते हैं।      

एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां) से ले सकते हैं

भारत में NBFC यानिकी गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ भी छोटे व्यापारियों दुकानदारों को ऋण प्रदान करते हैं। चाहें आप कोई मेडिकल स्टोर, किरण स्टोर, हार्डवेयर स्टोर, कपड़ों की दुकान, जूते चप्पल की दुकान कुछ भी खोलना चाहते हों, इनके पास भी ऐसे व्यापारियों के लिए अच्छे लोन ऑफर होते हैं।

लोन लेने के लिए पात्रता (Eligibility Criteria):

जहाँ पर बात पैसे की आती है तो कोई व्यक्ति, कंपनी या वित्तीय संस्थान ऐसा बिलकुल नहीं चाहेंगे की उनका पैसा डूब जाय। इसलिए बैंक एवं वित्तीय संस्थानों द्वारा भी कुछ पात्रता मानदंड लोन देने के लिए निर्धारित किये जाते हैं। लेकिन दुकान के लिए लोन लेने के लिए यह पात्रता मानदंड बहुत ज्यादा कड़े नहीं है।   

  • आवेदनकर्ता की उम्र कम से कम 21 और अधिक से अधिक ५० साल होनी चाहिए। कुछ ऐसे मामले हो सकते हैं जिनमें अधिकतम आयु ५५ वर्ष भी हो सकती है।
  • लोन के लिए आवेदन करने वाला भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • यदि कोई मौजूदा दुकानदार अपनी दुकान के विस्तार या अन्य गतिविधि के लिए लोन ले रहा हो तो उसका सालाना टर्नओवर कम से कम १५ लाख रूपये होना चाहिए।
  • ऐसे लोग जो नई दुकान खोलने के लिए लोन लेना चाहते हों, उनकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट में दुकान का प्रस्तावित सालाना टर्नओवर कम से कम १५ लख रूपये होना चाहिए। 
  • आवेदनकर्ता किसी गैरकानूनी गतिविधि में न ही शामिल हो, और नहीं उसे सरकार या कानून ने अपने आदेश में लोन इत्यादि के लिए निषिद्ध किया हो।
  • पहले से दुकान होने की स्थिति में दुकान का पिछले १८ माह का वित्तीय रिकॉर्ड पेश करने की आवश्यकता हो सकती है, जिससे बैंक या वित्तीय संस्थान दुकान की लोन भुगतान करने की क्षमता की परख सकें।  

दुकान के लिए लोन लेने के लिए क्या डाक्यूमेंट्स चाहिए

यद्यपि इस तरह का यह लोन लेने के लिए डॉक्यूमेंटेशन प्रक्रिया आपको बोझिल या थकाने वाली नहीं है। लेकिन बैंक या वित्तीय संस्थानों को अपने ग्राहकों को अच्छी तरह जानने और परखने के लिए कुछ KYC Documents की आवश्यकता हो सकती है।  

  • पिछले छह महीनों की बैंक स्टेटमेंट ।
  • निवास प्रमाण पत्र के तौर पर ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, रेंट एग्रीमेंट में से किसी एक दस्तावेज की आवश्यकता हो सकती है।
  • यदि दुकान पहले से स्थापित है तो उसका स्वामित्व प्रमाण पत्र ।
  • पहचान प्रमाण के तौर पर पैन कार्ड, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र में से किसी भी एक दस्तावेज का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • यदि लागू हो तो उद्यम का जीएसटी नंबर, चालू खाता और पैन कार्ड दस्तावेज।

लोन पर कौन कौन से शुल्क लगते हैं

दुकान के लिए दिए जाने वाले लोन पर लगने वाले व्यय और शुल्क बैंक/वित्तीय संस्थान के आधार पर अलग अलग हो सकते हैं । कुछ ऐसे शुल्क भी होते हैं जिन्हें लगभग सभी बैंक एवं वित्तीय संस्थाओं द्वारा लोन पर लगाया जाता है।

  • क्रेडिट हैंडलिंग चार्जेज
  • प्री कन्क्लूजन चार्जेज
  • लोन लागत
  • पेंडिंग ईएमआई चार्जेज
  • प्री इंस्टालेशन चार्जेज  

दुकान के लिए लोन कैसे प्राप्त कर सकते हैं

बिजनेस चाहे किसी भी प्रकार का हो चाहे वह कोई दुकान खोलना हो या किसी विनिर्माण इकाई की स्थापना करना हो, उसके लिए आपको पैसे की आवश्यकता तो होती ही होती है। लेकिन सबसे बड़ी परेशानी उन छोटे व्यापारियों और उद्यमियों को होती है जो असंगठित क्षेत्र से जुड़े होते हैं।

चूँकि बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा अपने द्वारा दिए जाने वाले लोन की सिक्यूरिटी के लिए कड़े नियमों का पालन किया जाता है। लेकिन इसके बावजूद यदि कोई बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा कम ब्याज दरों पर लोन प्रदान किया जा रहा है तो उसे ही दुकान या अन्य बिजनेस के लिए बेहतर लोन माना जाता है।

ध्यान रहे की यदि आपको अपनी दुकान के लिए कम लोन की आवश्यकता होगी, तो इसे कम औपचारिकताओं को पूर्ण करके आसानी से लिया जा सकता है। लेकिन जैसे जैसे लोन की मात्रा बढ़ेगी वैसे वैसे औपचारिकताओं की लिस्ट भी बढती जाएगी। यही कारण है की बिजनेस के लिए लोन लेने का की प्रक्रिया कभी कभी बोझिल और बेहद थकाऊ हो जाती है।

बेहतर यही है की यदि आप पहली बार दुकान के लिए लोन ले रहे हैं, तो लोन की राशि को कम रखें। ताकि आपकी लोन एप्लीकेशन का निपटन जल्दी हो सके। यद्यपि लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपनी वित्तीय आवश्यकताओं को समझना भी नितांत आवश्यक होता है, और उसके बाद अपने फाइनेंसियल डाटा जैसे क्रेडिट हिस्ट्री, कमाई, खर्चे, पहले से चल रही लोन की किश्तें इत्यादि बातों को ध्यान में रखना आवश्यक होता है। 

वर्तमान में क्रेडिट स्कोर चेक करने के कई तरीके हैं, इसके लिए आप चाहें तो अपने नजदीकी एसबीडीसी कार्यालयों, सीएससी सेण्टर इत्यादि में जाकर भी सिबिल स्कोर चेक कर सकते हैं। क्योंकि इसके माध्यम से आप खुद का मूल्यांकन कर पाएंगे की बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान आपको कितने तक का लोन आपकी दुकान के लिए प्रदान कर सकते हैं।

अपना मूल्यांकन करने के बाद अब दुकानदार को किसी बैंक या वित्तीय संस्थान का चयन करना होगा जहाँ से वह दुकान के लिए लोन लेना चाहता हो। उसके बाद ऋणदाता द्वारा मांगे जाने वाले सभी दस्तावेजों को तैयार करना होगा। तैयार किये गए दस्तावेजों को लेकर आप चयनित बैंक की नजदीकी शाखा में जा सकते हैं । या ऑनलाइन आवेदन करने के लिए उनकी अधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।

दुकान के लिए कितना लोन मिल सकता है?

आपको कितना लोन मिलेगा यह सिर्फ आपको वह बैंक या वित्तीय संस्थान ही बता पाएगा, जहाँ से आप लोन लेना चाहते हैं। क्योंकि वह आपकी वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करने के बाद ही लोन की राशि निर्धारित कर पाएंगे।  

क्या यह लोन कोलेटरल फ्री होता है?

दुकानदारों के लिए छोटे ऋण माइक्रो क्रेडिट कोलेटरल फ्री होते हैं। लेकिन बड़े लोन में यह सुविधा उपलब्ध नहीं होती है।  

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