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मुद्रा लोन योजना के तहत बिजनेस लोन कैसे लें।

मुद्रा लोन से तो आप सब अच्छी तरह से वाकिफ होंगे, जी हाँ यह ऋण अपना नया बिजनेस करने के इच्छुक उद्यमी और पहले से अपना बिजनेस कर रहे उद्यमियों को प्रदान किया जाता है। मुद्रा योजना की शुरुआत भारत सरकार ने देश में रोजगार और व्यापार की भावना को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की थी ।

इस योजना में MUDRA का फुल फॉर्म (Micro Units Development Refinance Agency) है। इसका प्रमुख उद्देश्य असंगठित क्षेत्रों से जुड़े व्यवसायिक इकाइयों को साहूकारों के चंगुल से बचाना रहा है। क्योंकि भारत में अक्सर देखा गया है की असंगठित क्षेत्रों के उद्यमियों को बैंक भी लोन देने से मना कर देते हैं। ऐसे में उन्हें साहूकारों का रुख करना पड़ता है।     

और उसके बाद साहूकार उनसे मनमुताबिक ब्याज वसूलते हैं। असंगठित क्षेत्र से जुड़े बिजनेस इकाइयों की वित्त सम्बन्धी समस्या का समाधान करने के लिए ही भारत सरकार द्वारा मुद्रा लोन योजना शुरू की गई है।  

मुद्रा लोन योजना

मुद्रा लोन योजना क्या है

मुद्रा का हिंदी में फुल फॉर्म सूक्ष्म इकाई विकास पुनर्वित्त एजेंसी होता है, जिसका स्पष्ट अर्थ है की यह योजना देश में सूक्ष्म इकाइयों को वित्तीय साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है। मुद्रा का अर्थ तो हम सब जानते हैं की इसका सीधा सा मतलब पैसा होता है। और इस योजना के तहत छोटे छोटे दुकानदारों, सूक्ष्म इकाइयों को जरुरत पड़ने पर लोन देने का प्रावधान किया गया है। इस योजना की घोषणा तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वर्ष 2015 में की थी।       

मुद्रा योजना के प्रमुख उद्देश्य (Objective of Mudra Scheme in Hindi):

इस योजना के कुछ प्रमुख उद्देश्यों की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • योजना का उद्देश्य सूक्ष्म वित्त प्रदान करने वाली संस्थाओं की लोन और अन्य वित्तीय गतिविधियों में भागीदारी को बढ़ाना और इन्हें मजबूती प्रदान करना।
  • ऐसी संस्थाएं जो लघु व्यवसायियों, दुकानदारों, स्वयं सहायता समूहों इत्यादि को लोन प्रदान करने का काम कर रही हैं उन्हें हर प्रकार से सहायता प्रदान करना।
  • देश में उपलब्ध मौजूदा सूक्ष्म वित्तीय संस्थान (FMI) का पंजीकरण और उनकी परफॉरमेंस के आधार पर उनकी लिस्ट तैयार करना। 
  • ऐसे कारोबारी जो अपने कारोबार को बढ़ाने या शुरू करने के लिए लोन लेते हैं उन्हें उनके कारोबार के बारे में समय समय पर दिशा निर्देश देना, और उन्हें वित्तीय संकट से उबारने में मदद करना भी इसका उद्देश्य है।
  • देश में उपलब्ध लघु व्यवसाय इकाइयों के लिए क्रेडिट गारंटी योजना तैयार करना भी मुद्रा बैंक का उद्देश्य है।
  • ऐसी संस्थाएं जो मुद्रा लोन प्रदान करेंगी उन्हें मुद्रा बैंक द्वारा ऋण लेने और उसे वितरित करने में मदद प्रदान की जाएगी।  
  • इस योजना के तहत मुद्रा बैंक द्वारा एक ऐसा ढांचा तैयार किया गया है जिसके तहत उद्यमियों को छोटे ऋण प्रदान करने के लिए एक सिस्टम विकसित किया गया है ।
  • सूक्ष्म, कुटीर उद्योगों से जुड़े उद्यमी बैंक द्वारा मांगी जाने वाली लोन लेने की पात्रता को पूरा नहीं कर पाते। ऐसे अपात्र लोगों को मुद्रा लोन योजना के तहत ऋण दिलाना भी इस योजना का प्रमुख उद्देश्य है। 

मुद्रा लोन लेने के लिए पात्रता

कोई भी व्यक्ति जो खुद का बिजनेस शुरू करना चाहता हो या फिर मौजूदा सूक्ष्म इकाइयाँ जो अपने बिजनेस की गतिविधियों के लिए ऋण लेना चाहती हों, इस योजना के तहत लोन हेतु अप्लाई करने के लिए पात्र हैं। लेकिन इनके ऊपर कुछ और पात्रता मापदंड इस प्रकार से हैं ।  

  • लोन के लिए आवेदन करने के इच्छुक आवेदनकर्ता की मासिक कमाई १७ हज़ार रूपये से अधिक होनी चाहिए।
  • यदि पहले से स्थापित कोई सूक्ष्म इकाई ऋण के लिए आवेदन करना चाहती है तो उसका वार्षिक टर्नओवर कम से कम 15 लाख रूपये होना चाहिए।
  • यदि कोई नौकरीपेशा व्यक्ति अपने काम के लिए मुद्रा लोन लेने की सोच रहा है तो उसे उस डोमेन में काम करने का कम से कम दो सालों का अनुभव होना चाहिए। जबकि व्यवसायी के लिए यह सीमा ५ वर्ष निर्धारित की गई है।  
  • आवेदनकर्ता किसी भी बैंक और वित्तीय संस्थान का डिफाल्टर नहीं होना चाहिए।

मुद्रा लोन कैसे प्राप्त कर सकते हैं (How to get Mudra Loan in Hindi):

यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की मुद्रा बैंक सीधे लोगों को लोन प्रदान नहीं करता है। मुद्रा के तहत भी लोन तो बैंक या वित्तीय संस्थान ही प्रदान करते हैं। इसलिए कोई भी भारतीय नागरिक जो मुद्रा योजना के तहत लोन लेना चाहता हो, उसे निम्नलिखित प्रक्रियाओं से गुजरने की आवश्यकता हो सकती है।

  • आप चाहें तो सबसे पहले मुद्रा लोन योजना की अधिकारिक वेबसाइट www.mudra.org.in पर  विजिट कर सकते हैं । उसके बाद आपको जो भी शिशु, किशोर या तरुण लोन चाहिए उसके लिए उसका एप्लीकेशन फॉर्म इसी अधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं ।
  • या आप चाहें तो सीधे अपने नजदीकी बैंक शाखा में पहुँचकर इस लोन के बारे में पता कर सकते हैं। ऐसा बैंक जिसमें आपका बहुत पहले से खाता हो, वह बैंक आपकी इसमें मदद कर सकता है। बशर्ते वह मुद्रा योजना का भागीदार होना चाहिए।   
  • बैंकों द्वारा इस योजना के तहत ऋण प्रदान करने के लिए आवेदन पत्र के अलावा और भी कई तरह के दस्तावेजों की माँग की जा सकती है। और आवेदनकर्ता को वे सभी दस्तावेज भरे हुए एप्लीकेशन फॉर्म के साथ बैंक में जमा करने होते हैं ।
  • उसके बाद बैंक द्वारा दस्तावेजों की वेरिफिकेशन प्रक्रिया शुरू की जाती है। और सब कुछ सही पाए जाने पर ऋण स्वीकृत कर दिया जाता है। और पैसे उधार लेने वाले के खाते में ट्रान्सफर कर दिए जाते हैं।   

मुद्रा लोन लेने के लिए क्या क्या डाक्यूमेंट्स चाहिए

  • पहचान प्रमाण के तौर पर पैन कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट में से किसी एक की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी।
  • निवास प्रमाण के लिए पासपोर्ट, आधार कार्ड, बिजली बिल, मतदाता पहचान पत्र में से किसी एक की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी चाहिए होती है।
  • जाति प्रमाण पत्र की कॉपी यदि लागू हो तो।
  • व्यवसायिक इकाई के रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट, मालिक की पहचान सम्बन्धी दस्तावेजों की आवश्यकता हो सकती है।
  • आवेदनकर्ता यदि २ लाख रूपये से अधिक के ऋण के लिए आवेदन कर रहा हो तो पिछले दो वर्षों के इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किये गए डाक्यूमेंट्स की भी आवश्यकता होगी। 
  • यदि उद्यमी अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए या बड़े पैमाने पर बिजनेस शुरू करने के लिए लोन के लिए आवेदन कर रहा हो तो उसे बैंक को अपनी परियोजना रिपोर्ट देनी होगी जिसमें उसके बिजनेस के आर्थिक और तकनिकी पहलुओं किओ दर्शाया गया हो।
  • बिजनेस इकाई द्वारा उस चालू वित्तीय वर्ष में की गई बिक्री, लाभ एवं हानि का विवरण भी ऋण प्रदान करने वाली संस्था को प्रदान करना होगा।
  • यदि कोई कंपनी या पार्टनरशिप फर्म मुद्रा लोन के लिए आवेदन कर रही हो तो उसे पार्टनरशिप दीद या मेमोरेंडम ऑफ़ एसोसिएशन की कॉपी भी प्रस्तुत करनी होगी।  
  • व्यक्तिगत आवेदनकर्ता अपनी २ फोटो और कंपनी या पार्टनरशिप फर्म उनके डायरेक्टर की दो दो फोटो आवेदन फॉर्म के साथ संग्लन करेंगे।   

मुद्रा योजना के तहत कितना लोन मिलेगा

इस योजना में उधार लेने वालों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है। और इसे व्यवसाय के चरणों के आधार पर वर्गीकृत किया गया है। 

  • इस वर्गीकरण में पहले ऐसे उधार लेने वाले लोग आते हैं जो अपना बिजनेस शुरू करने के लिए लोन लेना चाहते हैं।
  • दुसरे चरण में ऐसे उद्यमी जो अपने व्यवसाय को वित्तीय मजबूती प्रदान करने के लिए लोन लेना चाहते हैं।  
  • तीसरे चरण में वे जो अपना बिजनेस शुरू करने के लिए और अधिक कैपिटल एकत्रित करना चाहते हैं ।

इन तीन श्रेणियों की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मुद्रा बैंक ने इस लोन को भी तीन भागों में विभाजित किया हुआ है ।

मुद्रा शिशु लोन – इस श्रेणी अंतर्गत ऐसे उद्यमी आवेदन कर सकते हैं, जिन्हें ५०००० रूपये तक के ऋण की आवश्यकता है। यानिकी इसके अंतर्गत केवल ५०००० रूपये तक का ऋण दिए जाने का प्रावधान किया गया है ।

मुद्रा किशोर लोन –

ऐसे उद्यमी जिन्हें ५०००० रूपये ५००००० रूपये तक का लोन चाहिए वे इस श्रेणी के तहत लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।

मुद्रा तरुण लोन –

इस श्रेणी के अन्तरगत रूपये ५००००० से १० लाख रूपये तक लोन देने का प्रावधान किया गया है। यानिकी ऐसे उद्यमी जिन्हें ५ लाख से १ लाख तक लोन चाहिए वे तरुण श्रेणी के तहत लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।  

मुद्रा योजना के तहत लोन लेने के लिए सभी दुकानदार, फल सब्जी बेचने वाले विक्रेता, रेहड़ी पटरी लगाकर अपना भरण पोषण करने वाले लोग, सलून संचालक, फेरीवाले, शिल्पकार, कारीगर, मशीन ऑपरेटर, रेस्टोरेंट, ढाबे, फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट लोन लेने के लिए पात्र हैं।

मुद्रा योजना के फायदे (Benefits of Mudra Scheme in Hindi):

  • लोगों को आसानी से ऋण उपलब्ध होगा तो उनमें उद्यमिता की भावना का संचार होगा, जिससे वे देश के आर्थिक विकास में अपना योगदान दे पाएंगे।
  • ऐसे बेरोजगार एवं शिक्षित युवा जिनके पास कुछ करने का आईडिया तो है लेकिन पैसे नहीं है उन्हें अपने कौशल का सही इस्तेमाल करने में मदद मिलेगी।
  • भारत में सूक्ष्म उद्योग एक बहुत बड़ी आबादी को रोजगार प्रदान करते हैं, यदि इनका विकास होगा तो ये और अधिक आबादी को रोजगार दे पाने में सक्षम होंगे।
  • देश की पूँजी देश में रहने से आर्थिक विकास को गति प्राप्त होगी।
  • छोटे व्यापारियों को उनकी जरुरत के समय पैसा मिलने पर उनके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होगी, जो उन्हें और अच्छा करने के लिए प्रेरित करेगी और इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
  • मुद्रा लोन सूक्ष्म उद्योगों से जुड़े छोटे व्यापारियों को ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसलिए यह गरीबो के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।    

भारतीय स्टेट बैंक द्वारा दिया जाने वाला मुद्रा लोन

भारतीय स्टेट बैंक देश का सबसे बड़ा बैंक है । और यह बैंक भी लोगों को मुद्रा योजना के तहत लोन प्रदान कर रहा है। पिछले साल भारतीय स्टेट बैंक ने पश्चिम बंगाल में कुछ महिलाएं जो अपना लघु उद्योग चलाती थी, उन्हें मुद्रा शिशु लोन प्रदान किया था।

इसलिए यदि आप भी मुद्रा लोन लेने के बारे में विचार कर रहे हैं तो आप अपने नजदीकी एसबीआई शाखा से संपर्क कर सकते हैं। एसबीआई से इस तरह का लोन लेना कोई आसान काम नहीं है, बल्कि ये पूरी जांच पड़ताल के बाद ही इस तरह का लोन स्वीकृत करते हैं । इसलिए जरुरी है की एसबीआई द्वारा इस लोन के लिए जो भी दस्तावेज मांगे जाएँ आप उन्हें बैंक की शाखा में अवश्य लेके जाएँ।    

मुद्रा लोन योजना सभी के लिए है, यदि आपके दिमाग में भी कोई बिजनेस आईडिया है जिसे आप पैसों के कमी के चलते शुरू नहीं कर पा रहे हैं, तो आप भी इस योजना के तहत ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं । इसके अलावा ऐसे दुकानदार जो अपने बिजनेस को पैसों की कमी के चलते नहीं बढ़ा पा रहे हैं, वे भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं ।

मुद्रा योजना क्या है?

केंद्र सरकार द्वारा सूक्ष्म इकाइयों के विकास के लिए चलाई गई एक योजना है।

योजना के तहत कौन कौन से ऋण उपलब्ध हैं ?

इस योजना के तहत शिशु, किशोर और तरुण मुद्रा लोन उपलब्ध हैं  

अधिक से अधिक कितना लोन मिलेगा

इस योजना के तहत अधिक से अधिक 10 लाख तक ऋण प्रदान किये जाने का प्रावधान है।

मुद्रा योजना की अधिकारिक वेबसाइट क्या है

इसकी अधिकारिक वेबसाइट www.mudra.org.in है

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